- कांग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया की कथित निष्क्रियता पर मंत्री ने दी सफाई
- कहा- सिंधिया की सेवाओं की जरूरत हाईकमान को ज्यादा है
इंदाैर. मध्य प्रदेश सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने अपनी ही पार्टी के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर सफाई दी है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि वे (सिंधिया) अभी आत्मचिंतन के दौर से गुजर रहे हैं। तीन से चार विदेश यात्रा कर चुके हैं। अब शायद उन्हें लग रहा है कि मैं (सिंधिया) प्रदेश में बैठकर काम करूंगा। वर्मा ने सिंधिया के लिए सलाह भी दी। कहा- 'उनका व्यक्तित्व इतना विराट है कि हमारा (कांग्रेस) हाईकमान उनकी सेवाएं केंद्र में लेना चाहता है, ताकि दो-तीन राज्य मजबूत हो जाएं। सिंधिया की हाईकमान को ज्यादा जरूरत है।
मंत्री वर्मा ने केंद्र की मोदी सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी जमकर हमला बोला। कहा- सत्ता जाने के बाद शिवराजजी को ना तो गोपाल भार्गव पूछ रहे हैं। ना नरोत्तम मिश्र और कैलाश विजयवर्गीय। इसलिए वे फ्रस्ट्रेशन (निराश) का शिकार हो गए हैं। वे अपना डमरू घुमाते हुए इधर-उधर घूम रहे हैं और तथ्यहीन बातें कर रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष को लेकर है पूरी लड़ाई
सूत्रों की मानें तो मप्र में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से ही पद और पावर की लड़ाई शुरू हो गई थी। कमलनाथ गुट के नेता और कार्यकर्ता उन्हें मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे तो सिंधिया गुट सीएम की कुर्सी पर उन्हें देखना चाहता था। लंबे समय तक चले विवाद के बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री बन गए। इसके बाद सिंधिया गुट प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी की मांग करने लगा। लेकिन, अब तक उस पर भी कोई बात बनती नजर नहीं आई।
सोशल मीडिया से कांग्रेस के पदों का जिक्र हटा चुके हैं सिंधिया
कई बार यह चर्चा रही कि सिंधिया पार्टी में नाराज चल रहे हैं और कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं। इस बात को बल मिला, उनके द्वारा सोशल मीडिया पर कांग्रेस के सभी पदों के नाम हटाने से। इससे पहले महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में चुनाव कमान की जिम्मेदारी देने से भी उनका गुट नाराज था। उनकी मांग थी कि सिंधिया को मप्र में बड़ी जिम्मेदारी मिले। अब मंत्री का यह कहना कि वे आत्मचिंतन के दौर से गुजर रहे हैं। यह बात राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गई है।